अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

नाटो शिखर सम्मेलन, 2024

G-7

जी-7, विश्व की सात सर्वाधिक औद्योगिक एवं विकसित महाशक्तियों का संगठन है। इस संगठन के सदस्य देश- संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, इटली, जर्मनी एवं जापान हैं।जी-7 का गठन 1975 में हुआ था, जब इन देशों ने वैश्विक आर्थिक संकट से निपटने के लिए एक साथ आने का फैसला किया।


13वां विश्व व्यापार संगठन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन

विश्व व्यापार संगठन का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (MC 13) संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में 26 फरवरी से 2 मार्च, 2024 के मध्य आयोजित किया गया।

वर्ष 2016 में अफगानिस्तान तथा लाइबेरिया को विश्व व्यापार संगठन की सदस्यता मिलने के बाद अब वर्ष 2024 में विश्व व्यापार संगठन द्वारा दो नए राष्ट्रों का परिग्रहण (Accession) WTO के इतिहास में परिग्रहण के सबसे लंबे अंतराल (longest gap) को प्रदर्शित करता है।

CMS COP-14

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम
(UNEP)

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जिसका उद्देश्य वैश्विक पर्यावरण की रक्षा और सतत विकास को बढ़ावा देना है। यह संयुक्त राष्ट्र की एक प्रमुख एजेंसी है जो पर्यावरणीय मुद्दों पर दुनिया भर के देशों को एक साथ लाती है।

गठन: यूएनईपी की स्थापना 1972 में स्टॉकहोम, स्वीडन में आयोजित मानव पर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के बाद हुई थी।
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दों को संबोधित करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है। यह पर्यावरणीय नीतियों को विकसित करने, पर्यावरणीय जानकारी को साझा करने और पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करता है।


प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर अभिसमय
(Convention on Migratory Species – CMS)


प्रवासी प्रजातियों पर अभिसमय (Convention on Migratory Species – CMS) एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसका उद्देश्य स्थलीय, समुद्री और उड़ने वाली प्रवासी प्रजातियों और उनके आवासों के संरक्षण और स्थायी उपयोग को सुनिश्चित करना है। इसे अक्सर बॉन कन्वेंशन भी कहा जाता है क्योंकि इस पर जर्मनी के बॉन शहर में हस्ताक्षर किए गए थे। यह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के तहत आता है।
भारत CMS का एक सक्रिय सदस्य है और कई प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के लिए काम कर रहा है। भारत ने CMS के परिशिष्ट I में तीन प्रजातियों को शामिल करने का प्रस्ताव दिया है।
प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर अभिसमय वैश्विक स्तर पर प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभिसमय देशों को एक साथ आने और इन प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए सामूहिक प्रयास करने में मदद करता है।

19वां NAM शिखर सम्मेलन

गुटनिरपेक्ष आंदोलन

CoP-28 : संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन, 2023

GPAI शिखर सम्मेलन, 2023

GPAI

‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर वैश्विक साझेदारी’ (GPAI Global Partnership on Artificial Intelligence) एक अंतरराष्ट्रीय और बहु-हितधारक (Multi-stakeholder) पहल है। यह सदस्य राष्ट्रों के बीच कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए एक वैश्विक साझेदारी है। GPAI को आधिकारिक तौर पर 15 जून, 2020 को लांच किया गया। GPAI के सचिवालय की स्थापना पेरिस स्थित ‘आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD: Organisation for Economic Cooperation & Development) में में की की गई है। वर्तमान में GPAI के सदस्यों की कुल संख्या 29 है। इसके अतिरिक्त ‘OECD’ GPAI में स्थायी पर्यवेक्षक (Permanent observer) की भूमिका निभा रहा है। दिसंबर, 2020 में यूनेस्को (UNESCO) भी GPAI में पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुआ।

GPAI के शिखर सम्मेलन

(a) पहला शिखर सम्मेलन 3-4 दिसंबर, 2020 (कनाडा के मॉण्ट्रियल में)
(b) दूसरा शिखर सम्मेलन 11-12 नवंबर, 2021 (पेरिस, फ्रांस में)
(c) तीसरा शिखर सम्मेलन 21-22 नवंबर, 2022 (टोक्यो, जापान में)

COP-5 : मिनामाता अभिसमय पर पांचवीं बैठक

मिनामाता रोग

प्रथम वैश्विक AI सुरक्षा शिखर सम्मेलन

G-77+चीन शिखर सम्मेलन

G-77

भारत की G-20 अध्यक्षता

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