अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप क्या हैं और इनमे क्या अंतर है ?
2024 के चुनाव में एक राजनीतिक दल ने एक साल की अनिवार्य अप्रेंटिसशिप देने की बात की है। अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप करने आगे की राह आसान हो जाएगी। अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप दोनों में क्या अंतर् है आये हम समझाते हैं।
अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप आप अपने कॉलेज की पढ़ाई के समय भी कर सकते हैं या उसके बाद भी हैं व्यवहारिक अनुभव हासिल करने के लिए दोनों महत्वपूर्ण माने जाते हैं। अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप में अंतर यह कि अप्रेंटिसशिप लम्बी अवधि एक साल से लेकर तीन चार साल भी हो सकता है इस दौरान जब आप किसी कम्पनी को अप्रेंटिस के रूप में ज्वाइन करते हैं तो वहां आपसे एक फुल टाइम कर्मचारी की तरह काम कराया जाता है। इस समय आपको सीनियर्स और अनुभवी लोगों के साथ काम करने और सीखने का मौका मिलता है और समय – समय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम में आयोजित किये जाते हैं जिससे आप काम करना सीख सके। आपको एक निश्चित धनराशि भी दी जाती है। यह करने के बाद उसी कम्पनी तथा अन्य में स्थाई नौकरी का रास्ता खुल जाता है।
अब बात करते हैं इन्टर्नशिप की यह एक अल्प अवधि की व्यवस्था है जो आमतौर पर कम्पनी या उधोग द्वारा कोर्स के समय या बाद में कराई जाती है। यदि हम दोनों में बेसिक अंतर की बात करें इन्टर्नशिप में आपको कर्मचारी की तरह ट्रीट नहीं किया जायेगा और ना ही आपको कोइ वेतन दिया जायेगा। सबसे जरुरी बात अप्रेंटिसशिप और इन्टर्नशिप दोनों ही नौकरी की गारंटी नहीं देती लेकिन आप इससे इंडस्ट्री काम काज समझते हो और भविष्य में आपको आसानी होती है।