क्या है सेंगोल ?
सेंगोल पांच फ़ीट लम्बा चांदी से निर्मित और सोने का लेप चढ़ाया हुआ दंड आठवीं सदी के बाद से 800 वर्षों तक चोल साम्राज्य में सत्ता हस्तांतरण इसी से होता था। सी राजगोपलाचारी के सुझाव के बाद इसे फिर से तैयार करवाया गया इसके शीर्ष पर न्याय के रक्षक और प्रतीक नंदी बने हुए हैं। वैदिक विधि विधान के साथ माउंटबेटन से लेकर पंडित जवाहरलाल नेहरू को सौंपा गया था। बाद में इसे इलाहाबाद संग्रहालय में रख दिया गया। 28मई को नए संसद भवन में उद्घाटन के दिन इसे प्रधानमंत्री तमिल पुरोहितों से एक बार फिर इसे स्वीकार करेंगे और संसद में लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जायेगा।