परीक्षा की संरचना
सिविल सेवा परीक्षा पूरा साल भर चलने वाली परीक्षा है, जो तीन चरणों में पूरी होती है।
1 प्रारंभिक परीक्षा
इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (objective questions) पर आधारित दो परीक्षाएं ली जाती है जो सामान्य अध्ययन (General Studies) तथा सिविल सेवा अभिक्षमता परीक्षा (CSAT) कहलाती है। दोनों परीक्षाओं के अधिकतम अंक 200 होते है तथा प्रत्येक परीक्षा की अवधि 02 घंटे होती है तथा दोनों परीक्षाएं एक ही दिन आयोजित की जाती है। प्रत्येक परीक्षा में किसी भी प्रश्न का गलत उतर देने पर ऋणात्मक अंक (Negative mark) दिए जाते है (प्रश्न विशेष के लिए निर्धारित अंक का 1/3 अक काट लिया जाता है)
2.मुख्य परीक्षा
यह परीक्षा सामान्यतः नवम्बर / दिसम्बर माह के दौरान आयोजित की जाती है तथा लगभग 05 दिनों तक चलती है। इसमें 09 प्रश्न पत्र (निबंध प्रकार के) होते है जिनमें से 02 प्रश्न पत्रों के अक श्रेणी निर्धारण में भूमिका नहीं निभाते है (अर्थात इन प्रश्न पत्रों के अंक अतिम वरीयता सूची का निर्धारण करते समय जोडे नहीं जाते हैं) यह 02 प्रश्न पत्र निम्नलिखित है।
- भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में से प्रत्याशी/अभ्यर्थी द्वारा चुनी गई कोई एक भारतीय भाषा की परीक्षा
- अंग्रेजी भाषा की परीक्षा
प्रत्येक परीक्षा के अधिकतम 300 अक होते है तथा अवधि 03 घटे। इन परीक्षाओं में मैट्रिक स्तर के प्रश्न पूछे जाते है।
वे 7 प्रश्न पत्र जो श्रेणी निर्धारण (इनमें प्राप्त अक अंतिम वरीयता सूची का निर्धारण करते समय जोडे
जाते है) करते है. इस प्रकार से है
प्रश्न पत्र । निबंध
प्रश्न पत्र ।। सामान्य अध्ययन। भारतीय विरासत तथा संस्कृति, विश्व का इतिहास एवं भूगोल और समाज।
प्रश्न पत्र ।।। सामान्य अध्ययन।। शासन प्रणाली, संविधान, शासन व्यवस्था, सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध।
प्रश्न पत्र IV सामान्य अध्ययन-III प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विभिन्नता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन।
प्रश्न पत्र V – सामान्य अध्ययन IV नीतिशास्त्र, सत्यनिष्ठा तथा अभिरूचि ।
प्रश्न पत्र VI तथा VII यह उस वैकल्पिक विषय पर आधारित होते है जिसका चयन आकांक्षी अधिकारी द्वारा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा अनुमेय वैकल्पिक विषयों की सूची में से किया जाता है।
उपरोक्त सभी 07 प्रश्नपत्र अधिकतम 250 अंकों के होते है तथा इसके लिए 03 घंटों का समय दिया जाता है। इन प्रश्नपत्रों में प्राप्त अंको को वरीयता सूची के निर्धारण हेतु जोड़ा जाता है।
3 व्यक्तित्व परीक्षा
इस परीक्षा के अधिकतम 275 अंक होते है (न्यूनतम अर्हकारी अंक नहीं होते है)। मुख्य परीक्षा तथा व्यक्तित्व परीक्षा दोनों में प्राप्तांकों के आधार पर अभ्यर्थी की श्रेणी का अंतिम निर्धारण किया जाता है। व्यक्तित्व परीक्षा में भरे जाने वाली कुल रिक्तियों से लगभग दुगुने उम्मीद्वारों को बुलाया जाता है।