पर्यावाची शब्द
हुताशन– अग्नि, पावक, ज्वलन, कृशानु, वैश्वानर, शुि ,धनंजय, धूमकेतु, दहन, वायुसरण, ज्वाला, अनल।
बिजली– विद्युत्, अशनि, इन्द्रवज्र, करका, क्षणप्रभा, क्षणिक , गाज, वज्र, शंपा, सौदामिनी, कौंधा, घनप्रिया, दामिनी, चंचल
चंचरीक– शिलीमुख, अलि, भौंरा, भ्रमर, भँवरा, भृंग , मिलिंद, मधुप, मधुकर, मधुव्रत।
अपर्णा– पार्वती, अम्बिका, आर्या, उमा, गौरी, गिरिजा,भवानी, रुद्राणी, शिवा, शैलजा, कात्यानी, दुर्गा, सती।
पृथ्वी– भू, भूमि, धरती, धरित्री, वसुधा, उर्वी, इला, अवनीअवनि, जगत, जगती, थल, भूतल, भूमंडल, मही, मेदिनी,रत्नगर्भा, रसा, क्षिति, धरणी, वसुंधरा, अचला, धरा, वसुमती
तिमिर– तमिस्र, तमस, अंतःकोप, श्यामत्व, सांझ, संध्या,कालिमा, अंधेरा, अंधकार, तम, अज्ञान, निराशा ।
अचल– शैल, पहाड़, पहाड़ी, पर्वत, अद्रि, कूट, गिरि , धराधर, भूधर, महीधर, नग, श्रृंगी, शैल शिखर, नगपति, तुंग, धरणीधर, भूमिधर, कोह, भूभृत, मेरु।
चोर– रात्रिचर, स्तेन, ठग, तस्कर, दस्यु, रजनीचर, मोषक, खनक, कुम्भिल, जेबकतरा, जेबकट, चोरकट, डाकू, डकैत, नकबजन, ठगिया, उचक्का, कजाक, कज्जाक, लुटेरा।
चंद्रहास– खङ्ग, तलवार, शायक, असि, क्रवाल, कृपाण
जीभ -वाचा, जबान, रसना, वाणी, गिरा, रसज्ञा, रसिका, जिह्वा।
मीमांसा– बुद्धि, ज्ञान, आलोचना, समालोचना, विश्लेषण, व्याख्या।
बिजली– विद्युत्, अशनि, इन्द्रवज्र, करका, क्षणप्रभा, क्षणिका, गाज, बज्र, शंपा, सौदामिनी, कौंधा, घनप्रिया, दामिनी।
कपड़ा – अम्बर, वस्त्र, परिधान, पट, वसन, चीर, आच्छादन, अंशुक, पोशाक, लिबास, पहरावा।
मेघ– पर्जन्य, अंबुद, अंबुधर, अब्र, अभ्र, घटा, घन, घनश्याम, जलघर, जीमूत, तोयद, तोयधर, धाराधर, नीरव, नीरधर, पयोद, पयोधर, बदली, बलाहक, वारिद, वारिधर, घनमाला, मेघमाला, मेघावली, कादंबिनी।
लक्ष्मी– कमला, रमा, नारायणी, पद्महस्ता, विष्णुप्रिया, हरिप्रिया, पद्मा, चंचला, इंदिरा, अब्जवाहना, अब्जा, अब्धिज, अब्धिजा, अंबुजासना, अमला, ईश्वरी, देवश्री, पद्ममालिनी, पद्मगुणा, भार्गवी, मंगला, श्रिया, श्रीप्रदा, सिंधुजा, जगन्मयी, वरवर्णिनी, वृषाकपायी, पद्मालया, सिंधुकन्या, सिंधुसुता, सर्वमंगला।
सोना– कंचन, कुंदन, तपनीय, महारजत, हाटक, हेम, जातरूप, कनक, स्वर्ण, सुवर्ण, हिरण्य।
आकाश– गगन, पुष्कर, तारापथ, अंतरिक्ष, आसमान, व्योम, नभ, शून्य, अनंत, अभ, फलक, दिव (द्यु, खगोल, अम्बर।
चन्द्रमा– निशानाथ, इन्दु, शशि, शशांक, सुधाकर, एकापति, हिमांशु, निशिपति।
माता– जन्मदात्री, मातृ, जनयित्री, जननी, महन्तिन, धात्री, प्रसू, अम्बिका, मातरि, मातु, अम्ब।
पक्षी– खग, चिड़िया, द्विज, नभचर, पखेरू, विहंग, विहग, शकुंत, शकुनि, पतंग, परिन्दा, अंडज।
विशिख– शायक, बाण, आशुग, शिलीमुख, इषु, नाराच, शर गो, तीर।
खर-“मूर्ख, धूसर, शीतलावाहन, चक्रीवान, दुष्ट, गधा, गदहा, खोता, राशभ, रासभ, वेशर, शंखकर्ण, तिनका, गर्दभ, वैशाखनन्दन, एक राक्षस।घोड़ा- वाजि, सैंधव, बाजि, तुरंग, तुरग, हय, घोटक,अश्व, रविपुत्र, दधिका, सर्ता।
टीका– निशान, युवराज, कलंक, अपयश, अपकीर्ति, लांछन,दोष, व्याख्या, धब्बा, तिलक, दाग, चिह्न।
यमुना– जमुना, कलिन्दजा, कलिंदशैलजा, तरणिजा, श्यामा,यमानुजा, भानुजा, रविजा, सूर्यपुत्री, रवितनया, सूर्यजा,
अर्कजा, कालिन्दी, कृष्णा, सूर्यसुता, सूर्यतनया, कालगंगा।
मीन– मकर, मच्छी, झख, मीन, मत्स्य, सफरी, शफरी, झष,मछली, जलजीवन।
भ्रमर भौरा, मृग, चंचरीक, शिलीमुख, अलि, षट्पद,मधुकर, भ्रमर, मिलिंद, द्विरेफ, मधुप।
केतु- ध्वजा, ध्वज, झंडा, पताका, निशान, केतन।
तलवार– करवाल, शमशीर, तेग, कृपाण, असि, खड्ग।
कामदेव– अंगज, अंगहीन, अनन्यज, ऋश्वकेतु, कंदर्प,काम, कामदेवता, कुसुमधन्वा, कुसुमबाण, कुसुमशर, कुसुमायुध,
झषकेतु, पंचबाण, पंचशर, पुष्पकेतु, पुष्पचाप, पुष्पधनु, पुष्पधन्वा,अनंग, पुष्पध्वज, पुष्पायुध, पुष्पवाण, पुष्पशर, प्रद्युम्न,मकरध्वज, मदन, मनसिज, मनोज, मन्मथ, मयन, मार,मीनकेतन, रतिकांत, रतिनाथ, रतिनायक, रतिनाह, रतिपति,रतिप्रिय, रतिरमण, रतिराज, रतिवर, वसंतबंधु, वसंतसखा,शंबरारि, स्मर।
धनंजय– कर्णारि, कौंतेय, पार्थ, गांडीवधर, गांडीवी, कपिध्वज,सव्यसाची, फाल्गुन, जिष्णु, किरीटी, शक्रात्मज, धन्वी,श्वेतवाहन, वृहन्नला, गांडीवधन्वा, वीभत्सु, पांडुनंदन, गुडाकेश,विजय, ऐंद्र, शक्क्रनंदन।
शंकर– शिव, चंद्रमौलि, मदनारि, चंद्रशेखर, उमापति,शुभं, महेश, शशिधर, कैलाशपति, गंगाधर, ललाटाक्ष,त्रिलोचन, महादेव, शंभू, विश्वनाथ, नीलकंठ, रुद्र, महेश्वर,पशुपति, गिरिजापति, गौरीपति, अशुतोष, उमेश, औढरदानी,कपर्दी, काशीनाथ, कैलाशनाथ, गिरीश, गौरीनाथ, चंद्रचूड़
चंद्रभाल, त्रिनेत्र, त्रिपुरारि, नटनागर, नटराज, पंचानन, पिनाकी,भूतनाथ, भूतेश, भूतेश्वर, भैरव, भोलेनाथ, विरुपाक्ष, हर।
आम– अतिसौरभ, सहकार, रसाल, आम्र, अमृत, फल,अम्ब, अमृतफल, कामशर, पिकबन्धु, फलश्रेष्ठ, सौरभ,
मादक, मामूली, साधारण, सामान्य।
सिंह– पंचानन, नाहर, मृगारि, शार्दूल, व्यान, पंचमुख,मृगराज, मृगेन्द्र, केशरी, केहरी, केशी, महाबीर, वनराज,सारंग, शेर, ललित, हरि, मृगपति, पशुराज।
पत्थर- प्रस्तर, उपल, पाहन, पाषाण, अश्म, संग,शिला, शैल।
यमुना– जमुना, कलिन्दजा, कलिंदशैलजा, तरणिजा, श्यामा,यमानुजा, भानुजा, रविजा, सूर्यपुत्री, रवितनया, सूर्यजा,
अर्कजा, कालिन्दी, कृष्णा, सूर्यसुता, सूर्यतनया, कालगंगा।
समुद्र– जलधि, जलधाम, जलनिधि, सागर, पारावार, सिन्धु,नदीश, पयोधि, अर्णव, अब्धि, रत्नाकर वारिधि, नीरनिधि,
अकूपाद, वारीश।
नदी- निम्नगा, कूलंकषा, कूलवती, आपगा, निर्झरिणी,तरंगिणी, तटिनी, सरिता, पयस्विनी, तरनी, स्रोतास्विनी,
बाहिनी, जलमाला, नद, शैवालिनी, प्रवाहिनी।
विष्णु– कमलेश, कमलाकान्त, कमलापति, विभू, विश्वरूप,गोविन्द, दामोदर, हृषीकेश, मुकुन्द, विश्वम्भर, अच्युत,गरुणध्वज, चक्रपाणि, नारायण, पीताम्बर, माधव, केशव,चर्तुभुज, जनार्दन, लक्ष्मीपति, मधुरिपु।
स्वर्ण– कंचन, कुंदन, तपनीय, महारजत, हाटक, हेम, जातरूप,कनक, स्वर्ण, सुवर्ण, हिरण्य।
इन्द्र– मधवा, पुरंदर, शचीपति, शक्र, देवराज, सुरपति,अमरपति, अमरनाथ, देवपति, देवेन्द्र, देवेश, मघवा, मेघराज,वज्रधर, वृत्रहा, सहस्राक्ष, सुरराज, सुरेन्द्र, सुरेश, सुरेश्वर,महेन्द्र, वासव, विडौजा, मरूत्पाल, पाकशासन, शुक्र, अमरेश,
वज्री, वृषा, नाकपति, पुरुहूत, सुनासीर, गोत्रमिद, दिशिराज,शतक्रतु, शचीपति, संकनन्दन, वृद्धश्रवा, शतमन्यु ।
घोड़ा– वाजि, सैंधव, बाजि, तुरंग, तुरग, हय, घोटक,अश्व, रविपुत्र, दधिका, सर्ता।
नाग– सर्प, अहि, विषधर, पन्नग, उरग, भुजंग, काकोदर,फणीश, सारंग, व्याल, साँप।
दैत्य– राक्षस, दानव, निशाचर, असुर, दनुज, निशिचर,रजनीचर, ध्वांतचर, तमचर, यातुधान, शंबर, दितिज, दितिसुन,देवरिपु, देवारि, इंद्रारि।
रूख– पादप, पेड़, अगम, गाछ, शाखि, तरु, द्रुम, विटप,वृक्ष, पर्णी, दरख्त, बूटा, पुष्पद, रुख।
ब्रह्मा – कमलासन, चतुरानन, चतुर्मुख, स्वयंभू, हिरण्यगर्भ,लोकेश, अज, विरंचि, विधि, सदानन्द, गिरापति,नाभिजन्मा, आत्मभू, प्रजापति, प्रजाधिप, विरंच, सृष्टिकर्ता,स्रष्टा, जगद्योनि, धाता, पितामह, बिधना, विधाता, परमेष्ठी,हंसवाहन, अब्जयोनि।
भ्रमर– चंचरिक, मधुकर, मिलिन्द, शिलिमुख, षटपद,अलि, भृग, मधुराज, मधुभच्छा, द्विरेफ, मधुप।
इन्द्र-मघवा, पुरंदर, शचीपति, शक्र, देवराज, सुरपति,अमरपति, अमरनाथ, देवपति, देवेन्द्र, देवेश, मघवा, मेघराज,बज्रधर, वृत्रहा, सहस्राक्ष, सुरराज, सुरेन्द्र, सुरेश, सुरेश्वर,महेन्द्र, वासव, विडौजा, मरुत्पाल, पाकशासन, शुक्र, अमरेश,वज्री, वृषा, नाकपति, पुरुहूत, सुनासीर, गोत्रमिद, दिशिराज,शतक्रतु, शचीपति, संकनन्दन, वृद्धश्रवा, शतमन्यु।
हिरण्यगर्भ – प्रजापति, लोकेश, विधाता, कमलपति,पितामह, अज।
दास-अनुचर, मृत्य, सेवक, नौकर, परिचारक, किंकरचाकर, अर्दली, परिचरक, खवास, खादिम, मुलाजिम, गुलाम।
यमुना– जमुना, कलिन्दजा, कलिंदशैलजा, तरणिजा, श्यामा,यमानुजा, भानुजा, रविजा, सूर्यपुत्री, रवितनया, सूर्यजा,अर्कजा, कालिन्दी, कृष्णा, सूर्यसुता, सूर्यतनया, कालगगा।
निशीथ रात्रि, निशि, निशा, तमा, राका, अमाँ, अमावस्या, कादंबरी, क्षपा, क्षणदा, तमस्विनी, तमिस्त्रा, त्रियामा, दोषा,
निशीथ, निशीथिनी, वामिनी, रजनी, रैन, विभावरी, शर्वरी।
सूर्य- अशुमाली, अर्क, आदित्य, तरणि, दिनकर, दिनमणि,दिनेश, दिवाकर, पतंग, पूषा, प्रभाकर, भानु, भास्कर, मार्तंड,
रवि, सविता, सहस्त्रांशु।
अरविन्द – पंकज, नीरज, सरोज, जलज, अंबुज, अब्ज,इंदीवर, उत्पल, कंज, केवल, किंजल्क, कोकनद, जलजात,नलिन, पद्म, पाथोज, पुंडरीक, पुष्कर, राजीव,
वनज, वारिज, शतदल, शतपत्र, सरसिज, सरोरुह, कुशेशय।
बिजली– विद्युत्, अशनि, इन्द्रवज्र, करका, क्षणप्रभा,क्षणिका, गाज, बज्र, शेपा, सौदामिनी, कौंधा, घनप्रिया
दामिनी, चंचला।
प्राची– पूर्व, आगमना, उगमन, जुहु, पूरब, माघवती ।
तरंग– उर्मि, लहर, बीचि, लहरी, हिलोर, उल्लोल, कंपन।
जंगल-कान्तार ब्रण्य, कानन, विपिन, वन, अटवी,गहन, अख्य, विटप बीहड़।
क्रोध– अमर्ष, रोष, कोप, गुस्सा, रिष, आवेश, कोह, प्रतिघात।
लहर– उर्मि, लहर, बीचि, लहरी, हिलोर, उल्लोल, कंपन।
विडौजा– मधवा, पुरंदर, शचीपति, शक्र, देवराज, सुरपति,अमरपति, अमरनाथ, देवपति, देवेन्द्र, देवेश, मघवा,मेघराज, वज्रधर, वृत्रहा, सहस्त्राक्ष, सुरराज, सुरेन्द्र, सुरेश,सुरेश्वर, महेन्द्र, वासव, विडौजा, मरूत्पाल, पाकशासन,शुक्र, अमरेश, वज्री, वृषा, नाकपति, पुरुहूत, सुनासीर,गोत्रमिद, दिशिराज, शतक्रतु, शचीपति, संकनन्दन,वृद्धश्रवा, शतमन्यु कौशिक, जिष्णु।
मार– अंगज, अंगहीन, अनन्यज, ऋश्वकेतु, कंदर्प, काम,कामदेवता, कुसुमधन्वा, कुसुमबाण, कुसुमशर, कुसुमायुध,झषकेतु, पंचबाण, पंचशर, पुष्पकेतु, पुष्पचाप, पुष्पधनु,पुष्पधन्वा, अनंग, पुष्पध्वज, पुष्पायुध, पुष्पवाण, पुष्पशर,प्रद्युम्न, मकरध्वज, मदन, मनसिज, मनोज, मन्मथ, मयन,मीनकेतन, रतिकांत, रतिनाथ, रतिनायक, रतिनाह, रतिपति,रतिप्रिय, रतिरमण, रतिराज, रतिवर, वसंतबंधु, वसंतसखा,शंबरारि, स्मर।
रात– रात्रि निशि, निशा, तमा, राका, अमाँ, अमावस्या,कादंबरी, क्षपा, क्षणदा, तमस्विनी, तमिस्त्रा, त्रियामा, दोषा,निशीथ, निशीथिनी, यामिनी, रजनी, रैन, विभावरी, शर्वरी।
सिंह/मृगेन्द्र– पंचानन, नाहर, मृगारि, शार्दूल, व्याघ्र, पंचमुख,मृगराज, मृगेन्द्र, केशरी, केहरी, केशी, महावीर, वनराज,सारंग, शेर, ललित, हरि, मृगपति, पशुराज।
षट्पद– मधुकर, अलि, भृंग, मधुराज, मधुभक्षा, भौरा,भ्रमर, सखी, सहेली, मिलिंद, मधुप, चंचरीक, शिलीमुख।
मछली– मकर, मच्छी, झख, मीन, मत्स्य, सफरी, शफरी,झष, मछली, जलजीवन, जलतोरि।
जीभ – जिह्वा, रसना, रसज्ञा, रसिका, चंचला, वाणी,वाचा, जबान।
समुद्र– जलधि, जलधाम, जलनिधि, सागर, पारावार, सिन्धु,नदीश, पयोधि, अर्णव, अब्धि, रत्नाकर, वारिधि, नीरनिधि,अकूपाद, वारीश, उदधि, पयोनिधि।
शिव– शकर, चंद्रमौलि, मदनारि, चंद्रशेखर, उमापति, शुभ,-महेश, शशिधर, कैलाशपति, गंगाधर, ललाटाक्ष, त्रिलोचन, महादेव, शंभू, विश्वनाथ, नीलकंठ, रुद्र, महेश्वर, पशुपति,गिरिजापति, गौरीपति, अशुतोष, उमेश, औढरदानी, कपर्दी,काशीनाथ, कैलाशनाथ, गिरीश, गौरीनाथ, चंद्रचूड़ चंद्रभाल,त्रिनेत्र, त्रिपुरारि, नटनागर, नटराज, पंचानन, पिनाकी, भूतनाथ,भूतेश, भूतेश्वर, भैरव, भोलेनाथ, विरुपाक्ष, हर।
कलिका– कोरक, गुंचा, अनखिला फूल, अँखुआ, कली,किसलय, कूड्मल, कोंपल, कोढी, गाभ, डोडी, नवपल्लव,नवोद्धिद, प्ररोह, प्रसून, प्रसूनक, मुकुल, शिगुफा।
बिजली– विद्युत, दामिनी, चपला, तड़ित, क्षणप्रभा, सौदामनी,बौजुरी, घनप्रिया, अशनि, इन्द्रवज्र, करका, क्षणिका, गाज,बुज, शंपा, कौंधा।
चंद्रमा– चंद्र, इंदु, चाँद, चंदा, अत्रिज, अमीकर, सुधाकर,हिमांशु, अब्धिज, अमृतकर, सुधाधर, निशाकांत, कौमुदीपति,अंशुमाली, निशापति, निशानाथ, निशिनाथ, नक्षत्रनाथ, नक्षत्रेष,निशाकर, द्विज, अमृतरश्मि, अमृतांशु, उड्डुपति, उड्डुराज,उदधिसुत, ओषधीश, औषधिपति, कलाधर, कलानिधि, कुमुदबंधु,कुमुदिनीपति, तारकेश, सारंग, विभाकर, क्षपाकर, क्षपानाथ,ग्रहराज, छायांक, तुमोहर, तारकेश्वर, ताराधीश, तारानाथ,तारापति, तुषाररश्मि, तुषारांशु, दधिसुत, दोषाकर,निशार्माण,मयंक, महताब, माहताब, मृगलांछन, मृगांक मेहताब,रजनीपति, रजनीश, राकेश, रोहिणीपति, विधु, शशधर,शशांक, शशि, सिंधुजन्मा, सुधांशु, सुधारश्मि, सोम, हरिणांक,हिमकर, श्वेताश्व, शीतांशु।
नौकर– अनुचर, किंकर, अर्दली, चाकर, परिचर, परिचारक,दास, सेवक, भृत्य खवास, खादिम, मुलाज़िम, गुलाम।
किरण– किरन, प्रभा, रश्मि, मरीचि, अंशु, कर, अर्चि,गो, मयूख, ज्योति, दीप्ति।
माँ– प्रसू, मैया, महतारी, माई, धात्री, माता, जननी, अम्मा,अम्मी, मातु, जन्मदात्री, मातृ, मातरि, जनयित्री, वालिदा अम्ब, अम्बिका।
आँख नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अम्बक,दृष्टि, विलोचन, दीदा, चख।
अग्नि अनल, कृशानु, पावक, आग, दव, हुताशन, वैश्वानर,जातवेद, आगि, धूमध्वज, वही।
पण्डित– सुधि, ज्ञानी, विद्वान, कोविद, बुध, धीर, मनीषी,
प्राज्ञ, विचक्षण, मर्मज्ञ, धीमान्, प्रज्ञ, बुद्धिमान, सुज्ञ, ब्राह्मण,विप्र, द्विज, आचार्य, गुरू, उस्ताद, शास्त्रज्ञ, शास्त्रवेत्ता,कथावाचक।
कोयल– कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, श्यामा,सारिका, कुहकिनी, वनप्रिया।
मित्र– सुखा, सहचर, दोस्त, भीत, सुहृद, साथी, बंधु,सहपाठी, लगोटिया यार, यार, स्नेही, हमदर्द, शुभचिंतक,संगी, मनमीत।
कपड़ा वस्व, चीर, पूरिधात, वसन, पट, आच्छादन,अंशुक, चेल, अंबर, पोशाक, लिबास, पहरावा।
इच्छा– अभिलाषा, आकांक्षा, कांक्षा, वांछा, कामना, चाह,उत्कंठा, मनोरथ, मुराद, ईप्सा, ईहा, स्पृहा, मर्जी, लालसा,ख्वाहिश, तमन्ना, मनोकामना, आरजू, अरमान।
पुत्री– कन्या, बेटी, तनया, सुता, लड़की, आत्मजा, अंगजा,तनुजा, ढोटी, दुहिता, धी, धिया, नंदना,नंदिनी,साहबजादी,कुमारी।
राधा– राधिका, वृषभानुजा, वृषभानुनंदिनी, कीर्तिकिशोरी,ब्रजरानी, हरिप्रिया।
यमुना– जमुना, अर्कजा, कलिंदजा, कलिंदशैलजा, कालिंदी,सूर्यसुता, कालगंगा, कृष्णा, तरणिजा, श्यामा, यमानुजा,भानुजा, सूर्यजा, सूर्यतनया, सूर्यपुत्री, रवितनया।
ऊँट उष्ट्र-लम्बोष्ठ, करम, क्रमेल, क्रमेलक, साँड़िया,कंटकाशन, शुतुर, महाग्रीव।
लहर विचि, उर्मि, तरंग, लहरी, हिलोर।
पेड़– पादप, अगम, गाछ, शाखि, तरु, द्रुम, विटप, वृक्ष,पर्णी, दरख्त, बूटा, पुष्पद, रुख।
सुगन्ध– खुशबू, महक, सुवास, सुगंधि, गंध, शोभनक,सुरभि, सौरभ ।
चन्दन– गंधराज, गंधसार, मलयज, श्रीखंड, मग्लय।
चन्द्र– मयंक, अमृतनिधान, इंदु, कलानाथ, क्षपाकर, चंद्रमा,तारकेश्वर, द्वजिराज, निशाकर, निशानाथ, मृगलांछन, मृगांक,मयंक, महताब, राकापति, राकेश, विधु, शशांक, शशि,सुधांशु, सोम, हिमांशु ।
शेर– केशरी, केशी, केहरि, मृगराज, शार्दूल, नाहर, पंचानंन,मृगेंद्र, वनराज, सिंह, हरि।
गृह– अयन, अयनशाला, आगार, आलय, आवास, ओक,गेह, घर, धाम, निकेतन, निलय, निवास स्थान, भवन,मंदिर, मकान, बास, शाला, सदन।
ईश्वर– प्रमात्मा, जगदीश, प्रभु, जगनाथ, निरंजन, परमेश्वर,परवरदिगार, ब्रह्म, रब, विभु, सच्चिदानंद, स्स्रष्टा, स्वयंभू।
पत्थर– प्रस्तर, पाषाण, पाहन, उपल, अश्म, शिला, ग्रावा।
नौका– जलयान, तरिणी, तरी, नैया, पतंग, बेड़ी।
प्रकाश– आमा, आलोक, उजाला, छवि, ज्योति, दीप्ति,द्युति, प्रभा।
बिजली–क्षणप्रभा, घनदान, घनवल्ली, चंचला, चपला,तड़ित, दामिनी, बीजुरी, विद्युत, सौदामिनी।
गंगा– जहुतनया, जाह्नवी, त्रिपथगा, देवनदी, देवपगा, भागीरथी,मंदाकिनी, विष्णुपदी, सुरधुनी, सुरसरि।
कोयल– पिक, काकपाली, कोकिला, बसंतदूत, कलापी,काक, कोकिल, पाली, वनप्रिय, श्यामा।
चंद्रमा– चंद्र, विधि, मृगांक, रजनीचर, राका, मनोज, राकेश,शशांक, हिमांशु, इंदु, मयंक।
पहाड़– अचल, भूधर, नग, अद्रि, गिरि, धरणीधर, पर्वत,महीधर, शैल।
आग– अग्नि, अनल, अरुण, अशनि, आँच, कृशानु, जातवेद,ज्वाला, दहन, धनंजय, पवि, पावक, रोहिताश्व, वह्नि, वायुसखा,वैश्वानर, शिखी, समिध, हुतभुक, हुतवहा, हुताशन।
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