पोर्ट ब्लेयर का नाम अब श्री विजय पुरम
पोर्ट ब्लेयर अंडमान निकोबार की राजधानी है। अंडमान निकोबार भारत का एक केंद्र शासित राज्य है। भारत सरकार द्वारा अभी हाल में पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजय पुरम कर दिया गया है। पोर्ट ब्लेयर का नाम ब्रिटिश काल में रॉयल नेवी ऑफिसर अर्क वार्ड ब्लेयर के नाम पर पड़ा है अर्क वार्ड ब्लेयर वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पोर्ट ब्लेयर का सर्वे किया था।
भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के समय अंडमान निकोबार का बहुत बड़ा महत्व है। अंडमान निकोबार में ब्रिटिश शासको ने गंभीर सजा देने के लिए यहां पर काला पानी नमक जेल का निर्माण किया था जो व्यक्ति अत्यंत गंभीर गंभीर अपराध करते थे। उन्हें काला पानी की सजा दी जाती थी और यह बहुत ही कठोर सजा हुआ करती थी। भारत के स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर ने भी यहीं पर की सजा काटी थी। अंडमान निकोबार भौगोलिक रूप से पूर्वी हिमालय का भाग है।
यह एक बलित पर्वत है अंडमान निकोबार भी हिमालय की तरह संवेदनशील है। अंडमान निकोबार को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है, उत्तरी भाग को अंडमान और दक्षिणी भाग को निकोबार कहा जाता है।
अंडमान निकोबार को 10 डिग्री चैनल अलग करता है। अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर जो अब श्री विजय पुरम नाम से जानी जाएगी अण्डमान के दक्षिणी भाग में स्थित है। अंडमान में भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी बैरन द्वीप समूह है। अंडमान निकोबार की सबसे ऊंची चोटी सैंडल चोटी भी अंडमान में है और यहीं पर एक और ज्वालामुखी इसका नाम नारकोंडम द्वीप है।