मिल्टन तूफ़ान ( Miton cyclone )
मिल्टन तूफ़ान ( Miton cyclone ) एक हरिकेन तूफान है जो उत्तरी अमेरिका के फ्लोरिडा के क्षेत्र में तबाही मचाए हुए हैं। उत्तरी अमेरिका के तटीय भागों में आने वाले तूफानों को हरिकेन कहा जाता है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में भारत एवं अन्य उष्णकटिबंधीय देश में इस प्रकार के चक्रवाती तूफान आते हैं। चक्रवातों की उत्पत्ति तापमान में परिवर्तन एवं पृथ्वी के घूर्णन से होती है। उत्तरी गोलार्ध में इनकी दिशा एंटीक्लॉक वाइज होती है एवं दक्षिणी गोलार्ध में की दिशा क्लाकवाइज होती है। यह दिशा कोरिओलिस बल के कारण होती है कोरिओलिस बल की उत्पत्ति पृथ्वी पर पृथ्वी के घूर्णन के कारण होती है।
चक्रवातों की उत्पत्ति भूमध्य रेखा पर नहीं होती क्योंकि भूमध्य रेखा पर कोरिओलिस बल शून्य होता है अलग-अलग क्षेत्रीय भागों में तूफानों को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। उत्तरी अमेरिका में आने वाले तूफानों को हरिकेन, जापान में एवं स्थानीय भागों में आने वाले तूफानों को टायफून,ऑस्ट्रेलिया के तटीय भागों में आने वाले तूफानों को बिल्ली बिल्ली,उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तटीय एवं अफ्रीका के पश्चिमी भागों में आने वाले तूफानों को टॉरनेडो कहा जाता है, भारत में आने वाले तूफानों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात कहा जाता है।
चक्रवातों के प्रभाव
चक्रवातों का प्रभाव निम्न प्रकार है।
1.तटीय भागों में बाढ़ आना
2.तटीय भागों में भयंकर आंधी तूफान आना
3.तूफान प्रभावित क्षेत्रों में भूस्खलन होना
4.इमारत का गिरना
5.भयंकर बारिश होना
6.जान माल की हानि होना
7.जैव विविधता की हानि
चक्रवातों से बचाव
चक्रवातों की उत्पत्ति को किसी प्रकार से रोक नहीं जा सकता है क्योंकि इसमें किसी प्रकार का मानव का हस्तक्षेप नहीं होता है अर्थात हम चक्रवात को आने से नहीं रोक सकते केवल हम कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं चक्रवात से बचने के लिए। इन उपायों में शामिल है चक्रवात एक समय विशेष पर आते हैं और एक स्थान विशेष पर आते हैं ऐसे में प्रभावित क्षेत्रों में चक्रवृद्धि संभावित समय पर लोगों को न जाने दिया जाए।प्रभावित क्षेत्रों में अवसंरचना का विकास ना किया जाए ,तटीय भागों में तथा चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में परिवहन के अच्छी सुविधा की जाए जिससे चक्रवात आने पर लोगों को आसानी से लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा सके, प्रभावित क्षेत्रों में मजबूत संरचना का विकास करना और प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल रहत सामग्री पहुंचाना चाहिए।