व्यक्तित्व परीक्षा का महत्व
सिविल सेवा में व्यक्तित्व परीक्षा का महत्व है क्यूंकि इसमें हमारे व्यक्तित्व की परीक्षा होती है। हम व्यक्तित्व परीक्षा के अंको की कुल अको से (2025 में से 275) सापेक्षिक तुलना करें तो प्रथम दृष्टि में ऐसा प्रतीत होता है कि इसका बहुत अधिक महत्व नहीं है। परन्तु, दोस्तों यह तर्क गलत और खोखला है क्योंकि वास्तव में, व्यक्तित्व परीक्षा महत्वपूर्ण होने के साथ साथ दो जरूरी बातों का निर्धारण करती है पहला, आपका चयन होगा अथवा नहीं, तथा दूसरा, यदि आपका चयन होता है तो क्या आपको अपनी पसंद की सेवा में नियुक्ति प्राप्त होगी अथवा नहीं।
इसमें से दूसरा पक्ष इसलिए महत्वपूर्ण बन जाता है क्योंकि अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि समापक वरीयता सूची में स्थान प्राप्त करने के बाद भी अभ्यर्थी अपनी पसद की सेवा में नियुक्ति न मिलने के कारण अप्रसन्न रह जाता है। परिणामस्वरूप, उसे फिर इस लम्बी दौड़ जैसी साल भर चलने वाली परीक्षा में बैठना पड़ता है और अधिकारी बनने के विपरीत अभी भी एक आकाक्षी अधिकारी ही बना रहता है।
पिछली परीक्षाओं के परिणामों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि केवल 1 अंक का अंतर समापक सूची में 5 अथवा 6 स्थानों का प्रभाव डाल सकता है। अतः इसी से व्यक्तित्व परीक्षा की महत्ता का पता चलता है।