साक्षात्कार के प्रकार
साक्षात्कार के प्रकार में साक्षात्कार के कई प्रकार हो सकते है. जो पूछे गए प्रश्नों की गिनती तथा गुणवत्ता, बोर्ड सदस्यों के स्वभाव तथा साक्षात्कार के दौरान प्रत्याशी के आचरण पर निर्भर करते हैं। साक्षात्कार के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित है
1 . तथ्यों की प्रधानता पर आधारित साक्षात्कार
इस प्रकार के साक्षात्कार में पूछे जाने वाले प्रश्न मुख्यता तथ्यों पर आधारित होते है। इस साक्षात्कार का उध्देश्य आपके ज्ञान तथा स्मरणशक्ति की परीक्षा लेना होता है।
2 .संकल्पना तथा विश्लेषण की प्रधानता पर आधारित साक्षात्कार
इस प्रकार के साक्षात्कार में सामान्यतः सीधे तौर पर तथा तथ्यों पर आधारित प्रश्न नहीं पूछे जाते है बल्कि विभिन्न मुद्दों पर आप की राय ली जाती है। आपको विभिन्न नीतियों एव कार्यक्रमों का विश्लेषण करते हुए इन पर आलोचनात्मक टिप्पणी प्रस्तुत करनी होती है। ऐसे प्रश्नों का सीधे सीधे न तो कोई सही उत्तर होता है और न ही गलत।
3 .तनावपूर्ण साक्षात्कार
बोर्ड का एक सदस्य आप के प्रति उदासीनता और या आप से उग्रता से पेश आ सकता है। आपके उत्तर पर लगातार जवाबी हमलें हो सकते है और तो और वे आपको डाट-फटकार भी लगा सकते है या आपको बुरा-भला भी कह सकते है। प्रारंभ से ही आपको संभलने का मौका नहीं दिया जाएगा और आप पर प्रश्नों की झड़ी सी लगा दी जाएगी।
4. तनावमुक्त साक्षात्कार
एक बड़ा ही आरामदायक प्रकार का साक्षात्कार होता है जिसमें ‘मन की शांति का भाव उत्पन्न होता है। प्रश्न सरल, सीधे तथा आसान होते है। बोर्ड के सदस्य किसी भी प्रकार से आपका विरोध नहीं करते। आपको तनावमुक्त रखने के लिए सदस्य बच्चे या बेटा जैसे शब्दों का उपयोग भी कर सकते है।
5 .विचित्र साक्षात्कार
ऐसा भी संभव है कि बोर्ड के कोई एक सदस्य आप के साथ आंख से आख भी न मिलाए। हो सकता है
कि बोर्ड का कोई सदस्य पूरे समय मोबाइल फोन अथवा किसी अन्य वस्तु के साथ ही व्यस्त नजर आए। वे किसी न किसी गतिविधि में लिप्त रहेंगे। उनकी प्रतिक्रियाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता।
सामान्यतयः सघ लोक सेवा (UPSC) आयोग द्वारा आयोजित किए जाने वाली व्यक्तित्व परीक्षा इन सभी साक्षात्कारों का मिश्रित स्वरूप होती है हालांकि इसके घटकों का अनुपात विभिन्न बोर्ड सदस्यों के अनुसार बदल सकता है।