साक्षात्कार परीक्षा में स्वम् को कैसे प्रस्तुत करें ?
व्यक्तित्व परीक्षा हेतु उचित रूप से प्रस्तुत होना, आपकी पूरी तैयारी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप कैसे दिखते हैं, यह आपके व्यक्तित्व का एक मुख्य घटक है। यह और से आवश्यक इसलिए बन जाता है क्योंकि बोर्ड पर आपकी पहली छाप इसी मुख्य पहलू से निर्धारित होती है तथा जैसा कि कहा भी जाता है कि एक व्यक्ति का दूसरे मनुष्य पर पड़ने वाला पहला प्रभाव उसका अंतिम प्रभाव होता है। और इसी से स्वयं का उचित रूप से प्रस्तुत करने की महत्ता का पता चलता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अन्य सभी पहलू बराबर हो तो एक पूरी तरह से सुसज्जित व्यक्ति हमेशा बेहतर स्थिति में होता है।
अक्सर यह देखा गया है कि अभ्यर्थी यही गलतफहमी का शिकार होते है कि बोर्ड के सदस्य, केवल उनके वस्त्रों के प्रति ही ध्यान देते है। प्रिय दोस्तों, आप कैसे दिखते है, यह केवल आपके वस्त्रों पर ही निर्भर नहीं करता, यद्यपि यह ठीक है कि वस्त्र इसमें अहम् भूमिका निभाते हैं। आपकी बाह्याकृति इन पहलुओं पर निर्भर करती है .
- केश विन्यास शैली / बालों का स्टाइल
- दाढी
- चेहरे का मेकअप
- वस्त्र
- जूते
- कोई आभूषण या गहनें
1 . केश विन्यास शैली/बालों का स्टाइल तथा बालों की कटिंग
इस बात का कोई मानक नहीं है कि आपके बालों का स्टाइल कैसा होना चाहिए। लेकिन बालों को लेकर एक आम राय तथा साधारण व्यावहारिक बुध्दि के अनुसार आपको यह पता होना चाहिए कि एक भावी अधिकारी के बालों का बनाने का तरीका कैसा होना चाहिए। अतः आपको अपनी कार्य की प्रोफाइल के अनुरूप बालों का स्टाइल शालीनता से भरा हुआ रखना चाहिए। इसी प्रकार से आपके बाल ठीक प्रकार से कटे हुए होने चाहिए। साथ ही, आपके बाल अत्यधिक तेल से भरे हुए न हों .
साक्षात्कार कक्ष में प्रवेश से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि आपके बालों में ठीक से कंधी की गई हो। आप
चाहें तो अपने पास एक छोटी से कंधी रख सकते हैं।
- दाढ़ी
आकाक्षी पुरुष अधिकारियों के लिए आवश्यक है कि उन्होंने ठीक ढंग से दावी बनाई हुई हो। दाढ़ी रखते है, वे ध्यान रखें कि यह करीने से रखी गई है।
3 .चेहरे का मेकअप
सामान्यतः मकेअप नहीं किया जाना चाहिए लेकिन यदि किसी कारणवश आपको नेकजप करना पड़े तो एकदम हल्का सा मेकअप रखें जो इस अवसर के लिए उपयुक्त लगे।
यदि आप ऐनक पहनते है तो फोटोक्रोमैटिक लेन्स वाली ऐनक का उपयोग न करें। धूप की रंगीन ऐनक/गॉग्लस पहन कर साक्षात्कार कक्ष में जाने की भंयकर मूल तो कदापि न करें।
- वस्त्र
व्यक्ति द्वारा पहने जाने वाले वस्त्र, कुछ हद तक उसके विचारों के परिचायक होते है। अतः इस दिन के लिए आपको अपने परिधान का विशेष ध्यान रखना होगा।
इस विषय को लेकर बहुत सा संशय बना रहता है कि उचित परिधान क्या है। इस अवसर के लिए उपयुक्त वस्त्र क्या है? मैं यह कहना चाहता हूं कि कोई ऐसी विशिष्ट परिधान शैली नहीं है, जिसे बिल्कुल माना जाए। लेकिन फिर भी हम इस निष्कर्ष पर अवश्य ही पहुंब सकते हैं कि इस दिन के लिए पुरुष तथा महिलाओं हेतु क्या वस्त्र उचित कहे जा सकते है। सही परिधान का चयन निम्न पहलुओं पर निर्भर करता है ।
- आरामदेह
- मौसम
- अवसर
- मूल्य
- सामाजिक आर्थिक तथा सांस्कृतिक परिपेक्ष
5 .सही परिधान हेतु कुछ सामान्य दिशा-निर्देश
- आप उन वस्त्रों में शारीरिक एवं मानसिक रूप से आरामदायक महसूस करें।
- आपका परिधान आप में विश्वास की भावना जागृत करे
- नए सिलवाए गए वस्त्रों को उपयोग न करें क्योकि प्रारंभ में आप उन में सहज महसूस नहीं करते
- बहुत कीमती वस्त्र न पहनें
स्वयं को कैसे प्रस्तुत करें
- आपके वस्त्रों आपको ठीक से फिट बैठते हों अर्थात न तो अधिक हो न ही अधिक दीचे
- वस्त्र बड़े आकार के न हो अर्थात आपके लिए ओवरसाइज न हों
- आपके वस्त्र साफ तथा इस्त्री किए हुए होने चाहिए
- वस्त्रों पर दाग धब्बों के निशान नहीं होने चाहिए
- वस्त्र आरामदायक तथा शालीन होने चाहिए
- यह इस अवसर के अनुकूल होने चाहिए
- आपकी परिधान अप्रचलित शैली की नहीं होनी चाहिए। इसका अर्थ यह नहीं कि यह बहुत ही फैशनेबल हों
- आपकी वस्त्रशैली औपचारिक / शिष्टाचार के अनुकूल होनी चाहिए। जीन्स तथा टी-शर्ट जैसे अनौपचारिक वस्त्र न पहनें
- अपनी जेब में अनावश्यक वस्तुएं न रखें क्योंकि इससे वस्त्रों में एक उभार सा नजर आता है तथा आपके वस्त्रों की सज्जा खराब होती है। साथ ही, इस के कारण आप स्वयं भी असहज महसूस करेंगें।
- यदि आप पगड़ी बांधते है तो यह साफ होनी चाहिए, उचित प्रकार से बंधी होनी चाहिए तथा इसका रंग आपके वस्त्रों के रंग से मेल खाना चाहिए।
6 . पुरूष पहनावा कैसा हो ?
पुरुषों के लिए मैं इस प्रकार के वस्त्रों की सिफारिश करूंगा
हल्के रंग की पूरी बांहो के साथ औपचारिक प्लेन शर्ट और गहरे रंग की प्लेन औपचारिक ट्राऊजर एक सादी बैल्ट तथा टाई । काले या भूरे रंग के चमड़े के जूते। शर्ट के कॉलर तथा कलाईबंद (cuff) साफ होने चाहिए ।
अनेक रंगो वाली, या फैन्सी शर्ट और अनौपचारिक ट्राउजर को नहीं पहनना चाहिए। जीन्स तथा टीशर्ट पूर्णतयः वर्जित है। बैल्ट भड़कीली न हो तथा इसका बक्क्ल बहुत बड़ा न हो। जूते भी औपचारिक हो तथा इसका तला अर्थात नीचे का हिस्सा बहुत कड़ा न हो। यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि आपके वस्त्र ठीक ढंग से इस्त्री किए हुए होने चाहिए, दाग धब्बे नहीं होने चाहिए। आपको इन्हें पहन कर सहज महसूस होना चाहिए। हल्की खुश्बू वाला डियोडरेन्ट लगाया जा सकता है।
- महिलाएं – पहनावा कैसा हो
महिलाओं के लिए हल्के रंग की अच्छी तरह से इस्त्री की हुई सूती साड़ी सबसे प्रभावशाली परिधान है। किसी भी कारणवश यदि आप साड़ी में स्वयं को सहज महसूस न करती हों, तो आप हल्के रंग का सलवार सूट पहन सकती है परन्तु इस पर बड़े बड़े डिजाइन न बनें हो तथा साथ ही इस पर भड़कीले
रंग न हो। जूते की हील लम्बी न हो और चलते समय आवाज न करते हों। नाखून छोटे हों तथा उन पर नेलपॉलिश लगी होनी चाहिए। विवाहित महिलाएं मंगलसूत्र पहन सकती है, बिन्दिया तथा सिन्दूर लगा सकती है तथा विवाह की अंगूठी भी पहन सकती है। हल्की महक वाला इत्र लगाया जा सकता है। पश्चिमी जगत की वस्त्रशैली न पहनें।
8 . जूते कैसे हों
आपको अपने जूतों की ओर भी पूरा ध्यान देना है। जूते साफ तथा पॉलिश किए गए हों। प्रयास करें कि एकदम नए जूते न उपयोग किए जाए क्योकि वे तकलीफ दे सकते हैं। पुरुषों तथा महिलाओं दोनों के जूतों पर पॉलिश होनी चाहिए, हील छोटी होनी चाहिए तथा उनका नीचे का हिस्सा मुलायम हो ताकि चलते समय किसी प्रकार का आवाज न हो।
9.आभूषणों का उपयोग
किसी प्रकार के आभूषणों का उपयोग न करे
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