07th june 2023 AKHBAAR ANALYSIS Hindi MED.

                                 07th june 2023 AKHBAAR ANALYSIS Hindi MED.

1.CBI

2.कूकी जनजाति

3.बायो मेथेन

4. बिम्सटेक

1.CBI

CBI का पूरा नाम केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) है। यह भारतीय सरकार की एक महत्वपूर्ण जांच और सुरक्षा एजेंसी है जो अपराध जांच और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करती है। CBI को 1963 में स्थापित किया गया था और यह भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपराध जांच करने की योग्यता रखता है। CBI के अधीनस्थ संगठनों और अधिकारियों का चयन सरकारी प्रक्रिया द्वारा किया जाता है और इसकी प्रमुख मंडेट भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराध, राजनीतिक अपराध और गंभीर अपराधों की जांच और कार्रवाई करना है। CBI अपने कार्यों में स्वतंत्र होता है और इसे न्यायिक और कानूनी अधिकार दिए गए हैं।

CBI के कार्य

CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) एक अदालती और सामरिक संगठन है जो भारतीय संविधान और न्यायपालिका द्वारा स्थापित किया गया है। CBI के कार्य कुछ मुख्यतः निम्नलिखित हैं:

1. अपराध जांच: CBI का प्रमुख कार्य अपराध जांच करना है। यह गंभीर अपराधों और विशेष अपराधों, जैसे कि भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराध, राजनीतिक अपराध, आतंकवाद आदि की जांच करती है।

2. न्यायिक प्रक्रिया: CBI कानूनी और न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई करती है। यह अपराधियों के खिलाफ आरोप प्रस्तुत करने, तथ्यों को जांचने, आरोपित व्यक्तियों की गिरफ्तारी करने और मुकदमों की न्यायिक प्रक्रिया में सहायता करती है।

3. अनुसन्धान: CBI अपनी अनुसन्धान क्षमता का उपयोग करके अपराधियों की शव्दीकरण, सबूत एवं गवाहों की खोज, डेटा एनालिटिक्स, टेलीफोन चर्चा और तकनीकी संदर्भ से अपराध जांच करती है।

4. अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग: CBI अन्य देशों के संदर्भ में अपराध

CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) और पुलिस  अंतर

CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) और पुलिस दोनों भारतीय सुरक्षा और अपराध नियंत्रण संगठन हैं, लेकिन उनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। यहां CBI और पुलिस के बीच कुछ मुख्य अंतर दिए गए हैं:

1. अधिकारिक प्रभावशालीता: CBI एक केंद्रीय सरकारी एजेंसी है, जबकि पुलिस राज्य सरकार के अधीन तत्पर रहती है। CBI राज्यों के अपराध के मामलों में केवल विशेष परिस्थितियों में ही हस्तक्षेप कर सकती है, जबकि पुलिस लोकल अपराधों की जांच और कार्रवाई करती है।

2. जुरिसडिक्शन: CBI का जुरिसडिक्शन पूरे देश के लिए होता है, जबकि पुलिस का जुरिसडिक्शन निश्चित संख्या के राज्यों और क्षेत्रों तक सीमित होता है।

3. योग्यता: CBI विशेष अपराधों की जांच करने के लिए तालिका एक संगठन है, जो विशेष योग्यता और विशेषज्ञता वाले अधिकारी तालिका से होते हैं। पुलिस, हालांकि, आमतौर पर उन अपराधों की जांच और कार्रवाई करती है जो संख्यात्मक और उद्दीपनात्मक है।

2.कूकी जनजाति

कूकी जनजाति भारत की पूर्वोत्तर राज्यों, जैसे मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, असम, त्रिपुरा और मेघालय में निवास करने वाली एक आदिवासी जनजाति है। वे अपनी अलग पहचान, सांस्कृतिक विरासत, और सामाजिक जीवन के लिए प्रसिद्ध हैं।

कूकी जनजाति की भाषा कूकी भाषा है, जो तिब्बती-बर्मी भाषा परिवार का हिस्सा है। वे मुख्य रूप से कृषि, पशुपालन और छोटे व्यापार के माध्यम से अपनी आर्थिक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं।

कूकी जनजाति की सामाजिक संरचना में पुरुषों की अधिकता होती है और वे जनसंख्या के हिसाब से गौरा क्षेत्र (कूकी गौरा) और चिनखा क्षेत्र (कूकी चिनखा) में विभाजित हैं। उनकी सामाजिक संरचना में परम्परागत रूप से पुरुषों को प्रमुखता दी जाती है और मातृसत्ताक परिवारों में दामादों को महत्व दिया जाता है।

कूकी जनजाति का सांस्कृतिक विरासत में नृत्य, संगीत, गायन, खेल-कूद, और परम्परागत कपड़े शामिल हैं

कूकी जनजाति को लेकर विवाद

1. भूमि मुद्दा: कूकी जनजाति के संबंध में भूमि मुद्दा एक महत्वपूर्ण विवादित मुद्दा है। कई बार कूकी जनजाति और उनके आसपास के गैर-आदिवासी आबादी के बीच भूमि संबंधित विवाद उठते हैं। यह आक्रमण, जमीन का हड़पन और संघर्ष के कारण व्यक्त होते हैं।

2. सामाजिक और राजनीतिक विवाद: कूकी जनजाति की सामाजिक और राजनीतिक संरचना में भी विवाद हैं। कई बार कूकी जनजाति के अंतर्निहित सामाजिक समूहों के बीच आपसी टकराव होते हैं और यह सामरिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थितियों का कारण बनता है।

3. भाषा मुद्दा: कूकी जनजाति की भाषा कूकी भाषा का उपयोग करती है, जो तिब्बती-बर्मी भाषा परिवार का हिस्सा है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में कूकी जनजाति के भाषा की स्थिति नाजुक है और भाषा संरक्षण और संवर्धन के संबंध में विवाद उठते हैं।

4. आरक्षण

मानता: कूकी जनजाति के संदर्भ में आरक्षण और समानता भी विवादित मुद्दे हैं। कुछ समुदायों को लगता है कि उन्हें उच्च शिक्षा, सरकारी नौकरी और अन्य सुविधाओं में उचित रूप से आरक्षण मिलना चाहिए, जबकि दूसरे समुदायों को इससे विरोध होता है।

ये विवाद विभिन्न कारणों से उभरते हैं और विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रशासनिक मुद्दों से जुड़े हो सकते हैं।

पूर्वोत्तर भारत की प्रमुख समस्या

1. आतंकवाद: पूर्वोत्तर भारत कुछ क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों का सामना कर रहा है। इसमें मुख्य रूप से उल्फाह हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen), नागा संघर्ष सेना (NSCN), बोडो भागीदारी फ्रंट (Bodoland Territorial Council) आदि संगठन शामिल हैं।

2. भू-जल संकट: पूर्वोत्तर भारत कुछ क्षेत्रों में भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, बर्फबारी, और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का सामना कर रहा है। ये समस्याएं जीवन, संपत्ति, कृषि उत्पादन और आर्थिक विकास पर बहुत बड़ा प्रभाव डालती हैं।

3. आर्थिक विकास की कमी: पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में आर्थिक विकास की कमी है। यहां बेरोजगारी, गरीबी, अनिश्चितता, उच्च सांख्यिकीय वृद्धि और महिलाओं के विकास में असमानता जैसी समस्याएं हैं।

4. सामाजिक समस्याएं: पूर्वोत्तर भारत कुछ क्षेत्रों में जाति, नस्ल, लिंग, धर्म, भाषा और संप्रद

 से संबंधित सामाजिक विवाद हैं। इसमें आपसी टकराव, सामाजिक तनाव, और असुरक्षा की समस्याएं शामिल हैं।

5. प्राकृतिक संसाधनों की खराबी: पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में वनों की कटाई, वनस्पति और जीव-जंतु नष्टि, और प्राकृतिक संसाधनों की खराबी देखी जा रही है। इससे जंगली जीवन और जलवायु सुरक्षा प्रश्नों का उभरना संभव है।

ये कुछ मुख्य प्रमुख समस्याएं हैं, जो पूर्वोत्तर भारत को दिखाई दे रही हैं। हालांकि, ये समस्याएं संघर्षपूर्ण हैं और समाधान के लिए समूचे समाज की सहयोग की आवश्यकता होती है।

3.बायो मेथेन

बायो मिथेन (Bio Methane) एक प्रकार का उर्जा है जो जैविक सामग्री से प्राप्त की जाती है। यह मेथेन (मिथेन) गैस का उत्पादन करने के लिए बायोगैस तकनीक का उपयोग करता है। बायो मिथेन जैविक माटी, गोबर, नगरीय कचरा, फसली अपशिष्ट, और अन्य जैविक सामग्री से उत्पन्न किया जा सकता है।

बायो मिथेन का महत्व विभिन्न क्षेत्रों में है:

1. ऊर्जा स्रोत: बायो मिथेन एक प्राकृतिक गैस है जो ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है। यह ऊर्जा उत्पादन करने के लिए बायोगैस प्लांट का निर्माण करके उपयोग किया जा सकता है।

2. साफ ऊर्जा: बायो मिथेन पर्यावरण के प्रति संवेदनशील है, क्योंकि इसका उत्पादन करने के लिए जैविक सामग्री का उपयोग होता है जो संक्रमण नहीं करती है और प्रदूषण कम करती है।

3. कृषि अपशिष्टों का उपयोग: बायो मिथेन के उत्पादन में कृषि अपशिष्टों का उपयोग किया जाता है, जो कृषि उत्पादन की अतिरिक्त सामग्री को पुनर्चक्रित करने में  मदद करता है। इससे कृषि सुधार होता है और समर्थित कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।

4. जल संरक्षण: बायो मिथेन के उत्पादन के लिए गोबर, नगरीय कचरा आदि का उपयोग किया जाता है, जो अन्यथा नदियों और जलमार्गों को प्रदूषित कर सकते हैं। इससे जल संरक्षण होता है और जल संसाधनों का बेहतर उपयोग होता है।

यहां दिए गए महत्व कुछ मुख्य हैं, लेकिन बायो मिथेन के और भी अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं का विस्तारित अध्ययन और उपयोग किया जा सकता है।

क्या बायो मेथेन स्वच्छ ऊर्जा है ?

हाँ, बायो मिथेन एक स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है। यह प्राकृतिक गैस है जिसे जैविक सामग्री से उत्पन्न किया जाता है। बायो मिथेन के उत्पादन में बायोगैस प्लांट का उपयोग होता है, जिसमें जैविक सामग्री को आयामानुसार उत्पादित किया जाता है।

यह ऊर्जा स्रोत विभिन्न तरीकों से प्रयोग किया जा सकता है, जैसे बायो मिथेन को बिजली उत्पादन के लिए उपयोग किया जा सकता है। बायो मिथेन का जलने पर प्रदूषण का कोई प्रभाव नहीं होता है और इससे उत्पन्न होने वाली गैस को जल भराव या वायुमंडल में रिलीज़ किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण पर कम नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

बायो मिथेन को ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करने से, उपजाऊ क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा मिलता है, कृषि अपशिष्टों का उपयोग होता है, और प्रदूषण कम होता है। इसलिए, बायो मिथेन स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में महत्वपूर्ण है और इसका उपयोग सुरक्षित, सामरिक, और पर्यावरण के साथ मिलता है।

4. बिम्सटेक

बिम्सटेक क्या है ?

भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, थाईलैंड, म्यांमार और स्रीलंका के बीच एक क्षेत्रीय सहयोग संगठन, जिसे ‘बिम्सटेक’ (BIMSTEC) कहा जाता है, है। इसका पूरा नाम ‘खाड़ी बंगाल, हिमालय और बाय ऑफ बंगाल इण्डिया टेक्नोलॉजी फोर सोशल एवं इकोनोमिक कोआपरेशन’ है। इसमें इस क्षेत्र के देशों के बीच गतिविधियों को संचालित करने, व्यापार, पर्यटन, ऊर्जा, पर्यावरण, यातायात, वित्तीय सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, कृषि और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग करने का उद्देश्य है। BIMSTEC में सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित कार्यक्रमों, गठबंधनों और समितियों की स्थापना की गई है। यह संगठन सहयोग, साझा सुरक्षा, और क्षेत्रीय विकास के माध्यम से भारतीय महासागरीय क्षेत्र के देशों के बीच मजबूत बांधनों को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है।

 बिम्सटेक का महत्व महासागरीय और आंतरिक सहयोग के बीच सहयोग बढ़ाने में है। यह एक प्रतिष्ठित क्षेत्रीय सहयोग संगठन है जो सात देशों को समेटता है और उनके बीच साझा विकास और प्रगति के लिए अवसर प्रदान करता है।

बिम्सटेक का महत्व निम्नलिखित कारणों से है:

1. व्यापार और आर्थिक सहयोग: बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच व्यापार, निवेश, और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने का माध्यम है। इसके माध्यम से वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत किया जा सकता है और व्यापारिक बाधाओं को कम किया जा सकता है।

2. साझा सुरक्षा: बिम्सटेक के माध्यम से सदस्य देशों के बीच साझा सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग होता है। इसके अंतर्गत, आपातकालीन प्रतिक्रियाएं, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सहयोग किया जाता है।

3. क्षेत्रीय विकास: बिम्सटेक के माध्यम से सदस्य देशों के बीच क्षेत्रीय विकास को प्रोत्साहित किया जाता है। इसमें  पर्यटन, जलवायु परिवर्तन, कृषि, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामरिक सहयोग शामिल है।

4. सामरिक सहयोग: बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच सामरिक सहयोग को बढ़ावा देता है। यह सेना अभ्यास, सैन्य व्यायाम, और साझा रक्षा प्रणाली में सहयोग करके क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने का माध्यम है।

इस प्रकार, बिम्सटेक का महत्व सहयोग, साझा विकास, और सुरक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत और संबद्ध क्षेत्रीय समुदाय को बढ़ावा देने में है।

                                                                        MCQ OF THE DAY

Q                                                                        MCQ OF THE DAY

 

Q 1.सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) किसके तहत कार्यरत है?

a) भारत सरकार

b) न्यायपालिका

c) संघ लोक सेवा आयोग

d) गृह मंत्रालय

 

Q 2.सीबीआई की स्थापना कब हुई?

a) 1947

b) 1950

c) 1963

d) 1975

 

Q 3.सीबीआई का प्रमुख कौन होता है?

a) डायरेक्टर

b) कमिशनर

c) अधीक्षक

d) प्रशासक

 

Q 4.सीबीआई का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

a) मुंबई

b) दिल्ली

c) कोलकाता

d) चेन्नई

 

Q 5.सीबीआई द्वारा किस वर्ग के अधीन कार्यवाही की जा सकती है?

a) राज्य सरकार

b) संघ सरकार

c) स्वतंत्र संस्थाएं

d) उपरोक्त सभी

 

Q 6. सीबीआई की स्थानिक शाखा किसे कहा जाता है?

a) सीबीआई इंवेस्टीगेशन ब्यूरो

b) सीबीआई विशेष प्राधिकार

c) सीबीआई फील्ड ऑफिस

d) सीबीआई कार्यालय

 

Q 7.सीबीआई द्वारा किस कार्यालय के खिलाफ जांच संचालित की जा सकती है?

a) प्रधानमंत्री कार्यालय

b) लोकसभा कार्यालय

c) न्यायपालिका कार्यालय

d) गृह मंत्रालय

 

Q 8.सीबीआई किसे लोकपाल के लिए जांच संचालित करने का अधिकार देती है?

a) गृह मंत्री

b) राष्ट्रपति

c) उच्च न्यायालय

d) विधायी सभा

 

Q 9.सीबीआई का मुख्य उद्देश्य क्या है?

a) अराजकता के खिलाफ लड़ाई

b) आपराधिक जांच और कारवाई

c) राजनीतिक अपराधों का दमन

d) अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग

 

Q 10.सीबीआई की स्थापना का मुख्य कारण क्या था?

a) अराजकता का खात्मा

b) आपराधिक जांच की आवश्यकता

c) भ्रष्टाचार का नियंत्रण

d) जनसंघर्ष का समर्थन

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