भूगोल और सिविल सेवा परीक्षा
भूगोल सिविल सेवा परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। भूगोल सामान्य अध्ययन के मुख्य विषयों में शामिल है। हम सब जानते हैंमुख्य विषयों में इतिहास भूगोल राजनीति विज्ञान अर्थशास्त्र शामिल है। यदि हम भूगोल की सिविल सेवा परीक्षा में योगदान की बात करें तो वह अपने साथ पर्यावरण विज्ञान को भी लिए हुए हैं और साथ में आपदा प्रबंधन जैसे विषय भी हैं। हम सब जानते हैं कि भूगोल में मानचित्र एक महत्वपूर्ण भाग है। मानचित्र से प्रारंभिक में कई प्रश्न आते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में 10 से 12 प्रश्न आते हैं। भूगोल अन्य विषयों में भी सहयोग करता है जैसे यदि हम कृषि पढ़ते हैं तो मृदा जलवायु उर्वरक की जानकारी हमें भोगल से मिलती है। यदि अंतराष्ट्रीय संबंध पढ़ते है तो भी देशों की सीमाओं का जानकारी के लिए हमें मानचित्र का सहयोग लेना पड़ता है। यदि हम पर्यावरण का अध्ययन करते हैं तब भी जलवायु एवं स्थिति की जानकारी हमें भूगोल से ही प्राप्त होती है।
प्रारंभिक परीक्षा
यदि हम भूगोल के प्रारंभिक परीक्षा की बात करें तो 12 से 18 प्रश्न हर वर्ष भूगोल से पूछे जाते हैं उसी प्रकार पर्यावरण से भी 10 से 12 प्रश्न आते हैं।
एक बात मैं आपको बता दूं भूगोल जिसका अच्छा होता है उसका विज्ञान विषय भी अच्छा होता है अर्थात भूगोल पर्यावरण विज्ञान एवं विज्ञान के सभी विषय आपस में जुड़े हुए हैं। यदि हम अंकों की बात करें तो लगभग 40 प्रश्न इन तीनों से आते हैं। यहां हम आपको बता दें कि 100 प्रश्नों में 40 प्रश्न बहुत बड़ी बात होती है।
जो विद्यार्थी 100 प्रश्नों में 50 या 48 कर देता है तो वह प्रारंभिक परीक्षा में पास कर जाता है। 100 प्रश्नों में 40 प्रश्न भूगोल एवं उससे संबंधित विषयों से आ जाते हैं आप खुद ही समझ सकते हो सिविल सेवा परीक्षा में क्या महत्व है ?
मुख्य परीक्षा
यदि मुख्य परीक्षा की बात करें तो भूगोल मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्य्यन के प्रथम प्रश्न पत्र में एवं तृतीय प्रश्न पत्र में आपदा प्रबंधन के रूप में आता है अर्थात सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्रों में भूगोल का महत्वपूर्ण योगदान है साथ में हम देखे तो भूगोल से निबंध भी पूछा जाता है इस प्रकार आप देख सकते हो कि भूगोल से सामान्य अध्ययन में में और निबंध में सहयोगी होता है।
साक्षात्कार
यदि हम साक्षात्कार की बात करें तो मैं आपको बता दूं साक्षात्कार में अधिकांश प्रश्न समसामयिक घटना और राजनीतिक विषयों एवं भौगोलिक विषयों पर आधारित रहते है तो समसामयिक विषयों में भी भूगोल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है साथ ही राजनीतिक विषयों में भूगोल भूमिका निभाता है क्योंकि राजनीतिक विषयों में देश की स्थिति एवं सीमाओं का अध्ययन भूगोल के अंतर्गत किया जाता है।
यह कहना गलत नहीं होगा कि साक्षात्कार का 40% भाग भूगोल एवं उसे संबंधित विषयों पर आधारित रहता है .
भूगोल न पढ़ने पर सिविल सेवा परीक्षा में क्या परिणाम हो सकते हैं ?
भूगोल सिविल सेवा परीक्षा का एक महत्वपूर्ण विषय है यदि हम भूगोल को अनदेखा करते हैं तो हमें बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि भूगोल एक ऐसा विषय नहीं है जो स्वयं में अकेला है वह अपने साथ पर्यावरण विज्ञान आपदा प्रबंधन एवं समसामयिक घटनाओं साथ में विज्ञान को भी साथ दिए हुए हैं।
यदि हम भूगोल का अध्ययन नहीं करेंगे तो हम मानचित्र का भी अध्ययन नहीं समझ पाएंगे और मानचित्र से आप और हम सभी जानते हैं 10 से 12 प्रश्न हर वर्ष आते हैं।
यदि हम मानचित्र को सही से नहीं समझेंगे तो राजनैतिक सीमाएं भी नहीं समझ पाएंगे जो अंतरराष्ट्रीय संबंधों का एक प्रमुख विषय होता ह।
यदि हम भूगोल नहीं पढ़ेंगे तो हम जावी विविधिता और पारिस्थिकी को भी नहीं समझ पाएंगे क्योंकि जलवायु पारिस्थिकी का मुख्य घटक होता है। ज
यदि हम भूगोल को नहीं पढ़ेंगे तो भारत एवं विश्व की जलवायु को भी नहीं समझ पाएंगे एवं भारत एवं विश्व में होने वाली वर्षा को भी नहीं समझ पाएंगे यदि हम वर्षा को नहीं समझ पाएंगे तो भारतीय कृषि एवं भारतीय अर्थव्यवस्था को किस प्रकार समझ पाएंगे।