IAS साक्षात्कार में पेचीदा परिस्थितियां
कई बार बोर्ड आपको अपने प्रश्नों के माध्यम से बहुत पेचीदा तथा कठिन परिस्थितियों में डाल देता है, क्योंकि ऐसे प्रश्नों के स्पष्टतयः न तो सही उत्तर होते है और न ही गलत। यदि आप इनका सामना सफलतापूर्वक कर लेते है, तो व्यक्तित्व परीक्षा के दौरान आपके अच्छे अंक अर्जित करने की संभावनाएं प्रबल हो जाती है।
आपकी लंबाई, वजन तथा आयु संबंधी प्रश्न
कई बार बोर्ड सदस्य आपको अपने प्रश्नों से परेशानी में डालना चाहते है। वे आप में हड़बड़ी की भावना लाना चाहते है ताकि आप बड़े दबाव में आ जाएं। वे आप से एक प्रश्न पूछेगें जिसका उत्तर सिर्फ आप ही दे सकते है और वास्तव में इसका उत्तर आपको ही देना चाहिए परन्तु इसकी सभावनाए बहुत है कि आप उस प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाएंगें। उदाहरण के लिए, वे आप से आपकी सही लम्बाई को इच तथा सेंटीमीटर में पूछ सकते है। इसी प्रकार से, वे आप से आपका एकदम सही वजन किलोग्राम तथा पाउंड में पूछ सकते है। इसी तरह से, वे उस दिन को आपकी एकदम सही आयु पूछ सकते है। जिसका अर्थ है उस दिन के अनुसार आपकी एकदम सही आयु वर्षों, महीनो तथा दिनों में। इस तरह के सभी प्रश्नों के लिए आपको तैयार रहना होगा।
व्यक्तित्व परीक्षा के दिन से जुड़े प्रश्न
कई अवसरों पर बोर्ड सदस्य, प्रारभ से ही आपको विचलित करने का प्रयास करते हैं। अतः वे आप पर अजीब प्रश्नों की झड़ी लगा देते है जैसे साक्षात्कार कक्ष तक पहुंचने में आपने कितनी सीढिया चढ़ी, रास्ते में कितने फूलदान रखे गए थे आपने जिस कार / टैक्सी / बस से यहां तक पहुंचने हेतु यात्रा की उसका नम्बर था, आपकी कमीज पर कितने बटन है, आपकी कमीज, टाई, सूट, साड़ी का क्या रंग है इत्यादि। प्रश्न यह है कि ऐसी स्थितियों का सामना कैसे किया जाए।
एक रास्ता यह है कि आप रास्ते की सब वस्तुओं को गिनना प्रारंभ कर दें तथा प्रत्येक वस्तु का ध्यान रखें। जोकि लगभग असंभव है (यदि आपको पहले से ऐसी आदत न हो)। साथ ही, ऐसा करने का अर्थ है, तनाव भरे दिन के दौरान और अधिक अनावश्यक तनाव। अतः मैं इसे व्यावहारिक नहीं मानता हूँ।
दूसरा रास्ता यह है कि आप सीधा सा उत्तर दें” माफी चाहता हूं, महोदय, मैंने ध्यान नहीं दिया /
मैंने नहीं गिना। यद्यपि, यह सच्चाई भरा उत्तर है परन्तु फिर भी सर्वोत्तक नहीं है। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हो सकता है कि बोर्ड, झूठ न बोलने की वजह से आपकी सराहना कर सकता है। लेकिन उन्हें इस से निराशा भी हो सकती हैं क्योंकि ऐसे प्रश्न पूछे जा सकते है, अतः आपको इनके लिए तैयार होकर आना चाहिए था।
अतः, मैं आपको एक ऐसे रास्ते का सुझाव देता हूं, जो मेरे विचार से ऐसी स्थितियों के लिए उपयुक्त हल है। ऐसे में, पहले तो आपका उत्तर स्थितियों पर आधारित होना चाहिए। उदाहरण के लिए एक तो यह सरल है तथा दूसरा काफी हद तक यह वांछनीय भी है कि आप कुछ चीजों की जानकारी जैसे वाहन की संख्या (सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में) अथवा बटनों की संख्या (अपने बारे में जागरूकता)। बोर्ड को इसका उत्तर देने हेतु आपको पहले से जानकारी होनी चाहिए।
वे आप से यह प्रश्न पूछ सकते हैं कि ” क्या आप रोजाना ऐसा करते है अथवा आज के दिन के लिए यह आपकी विशेष तैयारी है? यदि आपको इसकी थोड़ी सी भी आदत है तो आप यह कह सकते है” महोदय, चूंकि यह आवश्यक चीज है अतः सामान्यतयः मैं इनको ध्यान में रखता हू। लेकिन यदि आपने इसे उस दिन के लिए ही तैयार किया है, तो आपको स्पष्ट तौर पर यह बताना चाहिए कि “महोदय, जैसा कि मैं यह आशा कर ही रहा था कि माननीय बोर्ड द्वारा मुझ से यह प्रश्न पूछा जा सकता है, इसलिए आज मैंने सावधानी रखते हुए इस हेतु प्रयास किया है। ऐसा उत्तर आपकी ईमानदारी का परिचायक होगा।
इसके अतिरिक्त कुछ दूसरे प्रश्न जैसे रास्ते में फूलदानों की संख्या इत्यादि है। सामान्यतयः, हम इस प्रकार वस्तुओं की ओर ध्यान नहीं देते और न ही ऐसा करना आवश्यक है क्योंकि ऐसा करने का कोई अर्थ नहीं है। ऐसे प्रश्नों के लिए आप सीधी तौर पर यह कह सकते है कि “महोदय, मैंनें, इन्हें नहीं गिना है।”
वे इसी पर आप से अगला प्रश्न पूछ सकते है कि ऐसा प्रतीत होता है कि आप बहुत ही लापरवाह व्यक्ति है तथा आपको अपने आसपास की जानकारी नहीं है। इसका उत्तर सभवतयः आप इस रूप में दे सकते है “महोदय, यद्यपि मुझे, इस पूछे गए प्रश्न विशेष की जानकारी नहीं है लेकिन मैं अपने पास की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी रखता हूं जैसे उस वाहन की संख्या, जिससे मैं यहा तक पहुंचा तथा मुझे यहां तक पहुंचने में कितना समय लगा तथा उन सड़को की भी जानकारी है, जहां से होकर मैं यहां पहुंचा “। अपने आसपास की गतिविधियों का उल्लेख उनके समक्ष करते हुए आप यह दर्शाएगें कि आप आसपास की जानकारी रखते है। साथ ही, आप एक बुध्दिमान व्यक्ति है. जो जानते है कि क्या संजोया जाए तथा क्या छोड़ा जाए। चूंकि जो जानकारी आपके पास नहीं थी. उस पर आपने झूठ नहीं बोला है अतः आप एक ईमानदार व्यक्ति भी है
आपकी कमजोरियां
अक्सर बोर्ड द्वारा यह पेचीदा प्रश्न पूछा लिया जाता है कि आप की क्या कमजोरियां है ? इस प्रश्न का उत्तर देते समय अक्सर अभ्यर्थी निम्नलिखित में से एक गलती कर देते हैं।
अभ्यर्थी यह बताने का प्रयास करता है कि उसमें कोई गभीर कमी नहीं है अथवा जो उसे अभ्यर्थी अपनी कोई एक ऐसी कमी गिना देते है, इस सेवा के लिए अनुपयुक्त अथवा अवाछनीय बना देती है जैसे “मैं अपने कार्यस्थल पर अपनी महिला सहकर्मियों पर विश्वास नहीं कर सकता।