दैनिक समसामयिकी 19 जुलाई  2023

दैनिक समसामयिकी 19 जुलाई  2023

1.तेजस एम के-1ए

2.एलसीएच प्रचंड

3.हूलॉक गिब्बन

4.डेंगू

5.क्रीमिया

1.तेजस एम के-1ए

चर्चा में क्यों ? अर्जेंटीना स्वदेशी तेजस मार्क-1 ए खरीदेगा

तेजस एमके-1ए एक भारतीय एकल इंजन वाला, मध्यम श्रेणी का लड़ाकू विमान है जिसे हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा डिजाइन और बनाया गया है. यह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) प्रोग्राम का एक उन्नत संस्करण है. तेजस एमके-1ए में एक नया रडार, एक उन्नत ईसीएम सिस्टम और एक अधिक शक्तिशाली इंजन है. यह भारी हथियारों और ईंधन को ले जाने में सक्षम है और अधिक लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है. तेजस एमके-1ए को भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना दोनों द्वारा अपनाया जाना है.

तेजस एमके-1ए के कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

1.एक नया रडार, जो अधिक दूरी तक देख सकता है और अधिक लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है.

2.एक उन्नत ईसीएम सिस्टम, जो विमान को दुश्मन के रडार से छिपाने में सक्षम बनाता है.

3.एक अधिक शक्तिशाली इंजन, जो विमान को अधिक भारी हथियारों और ईंधन को ले जाने में सक्षम बनाता है.

4.अधिक लंबी दूरी तक उड़ान भरने की क्षमता.

विभिन्न प्रकार के हथियारों और उपकरणों को ले जाने की क्षमता.

तेजस एमके-1ए एक बहुमुखी और शक्तिशाली लड़ाकू विमान है जो भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना को अपनी वायु और समुद्री शक्ति को बढ़ाने में मदद करेगा.

2.एल सी एच प्रचंड


चर्चा में क्यों ? अर्जेंटीना 8675 करोड़ में स्वदेशी तेजस मार्क-1ए और एल सी एच प्रचंड खरीदेगा .

एलसीएच प्रचंड एक भारतीय, बहुउद्देश्यीय, हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर है जिसे एलसीएच परियोजना के तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है। इसका ऑर्डर भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना ने दिया है. इसकी परिचालन सीमा दुनिया के सभी लड़ाकू हेलीकाप्टरों में सबसे ऊंची है।

एलसीएच प्रचंड मिश्रित सामग्री से बना दो इंजन वाला, दो ब्लेड वाला, टेल रोटर-रहित हेलीकॉप्टर है। यह एक गतिशील, बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर है जो उच्च ऊंचाई और उच्च गर्मी सहित सभी प्रकार के वातावरण में काम कर सकता है। यह एक मजबूत हेलीकॉप्टर भी है जो एक निश्चित मात्रा में क्षति का सामना कर सकता है।

एलसीएच प्रचंड टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों, विमान भेदी मिसाइलों, रॉकेट और मशीन गन सहित कई प्रकार के हथियारों से लैस हो सकते हैं। इसका उपयोग युद्ध खोज और बचाव तथा युद्ध सहायता के लिए भी किया जा सकता है।

एलसीएच प्रचंड एक शक्तिशाली हेलीकॉप्टर है जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक मूल्यवान संपत्ति है। यह एक मजबूत, चलने योग्य और बहु-भूमिका वाला हेलीकॉप्टर है जो सभी प्रकार के वातावरण में काम कर सकता है। इसे विभिन्न प्रकार के हथियारों से लैस किया जा सकता है, जो इसे एक बहुमुखी और महत्वपूर्ण संपत्ति बनाता है।

एलसीएच प्रचंड की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

1.ट्विन-इंजन, ट्विन-ब्लेड, टेल रोटर-रहित डिज़ाइन मिश्रित सामग्रियों से बना हुआ

2.उच्च परिचालन छत

3.चालबाज़

4.बहु-भूमिका

5.विभिन्न प्रकार के हथियारों से लैस किया जा सकता है

6.मज़बूत

7.भारतीय सशस्त्र बलों के लिए बहुमूल्य संपत्ति


3.हूलॉक गिब्बन

हूलॉक गिब्बन एक प्रजाति का वानर है जो भारत, बांग्लादेश और बर्मा में पाया जाता है. यह सबसे बड़ा गिब्बन है, नर 60 से 90 सेमी (24 से 36 इंच) लंबा और मादा 50 से 75 सेमी (20 से 30 इंच) लंबा होता है. यह सबसे कम गिब्बन है, इसके कान छोटे होते हैं और सिर के चारों ओर एक खुला पट्टा होता है. इसके बाल काले या भूरे रंग के होते हैं और इसकी आंखें और मुंह सफेद होते हैं.

हूलॉक गिब्बन प्रादेशिक जानवर हैं और वे एक साथ रहते हैं. वे आमतौर पर जोड़ों में रहते हैं, लेकिन वे परिवार में भी रह सकते हैं. वे दिन के समय सक्रिय होते हैं और वे पेड़ों पर रहते हैं. वे सर्वाहारी जानवर हैं और वे फल, पत्ते, फूल और कीड़े खाते हैं.

हूलॉक गिब्बन एक संकटग्रस्त प्रजाति है. इनका आवास नष्ट हो रहा है और इन्हें शिकार किया जा रहा है. वे IUCN की लाल सूची में “असुरक्षित” के रूप में वर्गीकृत हैं.

IUCN रेड लिस्ट

IUCN रेड लिस्ट ऑफ़ थ्रेटेंड स्पेसीज़ (IUCN रेड लिस्ट) एक सूची है जो दुनिया भर में पौधों और जानवरों की प्रजातियों की वैज्ञानिक रूप से प्रलेखित विलुप्त होने का जोखिम की तीव्रता को दर्शाती है. यह सूची अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा प्रकाशित की जाती है. IUCN रेड लिस्ट दुनिया की सबसे व्यापक और विश्वसनीय सूची है जो पौधों और जानवरों की प्रजातियों की विलुप्त होने का जोखिम को दर्शाती है. यह सूची दुनिया भर के वैज्ञानिकों और वन्यजीव संरक्षण विशेषज्ञों द्वारा तैयार की जाती है. IUCN रेड लिस्ट का उपयोग पौधों और जानवरों की प्रजातियों की विलुप्त होने का जोखिम को समझने और उन प्रजातियों के संरक्षण के लिए कार्रवाई करने के लिए किया जाता है.

IUCN रेड लिस्ट में पौधों और जानवरों की प्रजातियों को नौ श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:

1.विलुप्त (EX)

2.विलुप्त-वन्य (EW)

3.गंभीर रूप से संकटग्रस्त (CR)

4.संकटग्रस्त (EN)

5.असुरक्षित (VU)

6.कम चिंता (LC)

7.डेटा अपर्याप्त (DD)

8.मूल्यांकन नहीं किया गया (NE)

IUCN रेड लिस्ट में शामिल प्रजातियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. 2019 में, IUCN रेड लिस्ट में 23,236 प्रजातियों को शामिल किया गया था, जिनमें से 4,141 प्रजातियां गंभीर रूप से संकटग्रस्त हैं. IUCN रेड लिस्ट में शामिल प्रजातियों की संख्या में वृद्धि का मुख्य कारण मानव गतिविधियों है, जैसे कि वनों की कटाई, शिकार और जलवायु परिवर्तन.

IUCN रेड लिस्ट एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो पौधों और जानवरों की प्रजातियों की विलुप्त होने का जोखिम को समझने और उन प्रजातियों के संरक्षण के लिए कार्रवाई करने में मदद करता है. IUCN रेड लिस्ट का उपयोग सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों द्वारा पौधों और जानवरों की प्रजातियों के संरक्षण के लिए कार्रवाई करने के लिए किया जाता है.

4.डेंगू

चर्चा में क्यों ?
अभी दिल्ली में तेज़ी से डेंगू मरीज़ों की संख्या बढ़ी है।

डेंगू एक विषाणुजन्य, रक्तस्रावी बुखार है जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है. एडीज मच्छर दिन के समय काटते हैं और वे आमतौर पर पानी के आसपास पाए जाते हैं. डेंगू वायरस दुनिया भर में फैला हुआ है, लेकिन यह विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक आम है.

डेंगू के लक्षण अचानक से शुरू होते हैं और उनमें शामिल हो सकते हैं:

1.बुखार

2.सिरदर्द

3.मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द

4.थकान

5.आंखों के पीछे दर्द

6.चकत्ते

7.उल्टी और दस्त

8.रक्तस्राव

गंभीर मामलों में, डेंगू रक्तस्रावी बुखार, अस्थिर रक्तचाप और मृत्यु का कारण बन सकता है.

डेंगू के लिए कोई इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है. लक्षणों के इलाज में शामिल हो सकते हैं:

  • आराम
  • तरल पदार्थों का सेवन
  • दर्द निवारक दवाएं
  • बुखार को कम करने के लिए दवाएं

डेंगू से बचाव के लिए, आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • एडीज मच्छरों को काटने से बचें.
  • मच्छरों को घर में प्रवेश करने से रोकें.
  • मच्छरों को दूर रखने के लिए कीटनाशक का उपयोग करें.
  • लांब बाहों और पैरों वाले कपड़े पहनें.
  • मच्छर नेट का उपयोग करें.

5.क्रीमिया

चर्चा में क्यों

अभी हाल में यूक्रेन और रूस के मध्य विवाद देखा गया है।

क्रीमिया परायद्वीप यूक्रेन के दक्षिण-पूर्व में काला सागर के पूर्वी तट पर स्थित एक प्रायद्वीप है. यह प्रायद्वीप लगभग 27,000 वर्ग किमी (10,400 वर्ग मील) क्षेत्रफल का है और यहां लगभग 2 मिलियन लोगों की आबादी है. क्रीमिया एक सुंदर प्रायद्वीप है जो हमें उसके प्राकृतिक दृश्यों का आनंद देता है. यहां आप कई सुंदर समुद्र तटों, पहाड़ों, जंगलों और ऐतिहासिक स्थलों को देख सकते हैं. क्रीमिया एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और हर साल लाखों लोग यहां आते हैं.

क्रीमिया एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण प्रायद्वीप है. यह प्रायद्वीप प्राचीन काल में ग्रीक और रोमन साम्राज्यों का हिस्सा था. बाद में यह प्रायद्वीप ओटोमन साम्राज्य का हिस्सा बन गया. 18 वीं शताब्दी में यह प्रायद्वीप रूसी साम्राज्य का हिस्सा बन गया. 1917 में रूसी क्रांति के बाद यह प्रायद्वीप स्वतंत्र हो गया. 1921 में यह प्रायद्वीप सोवियत संघ का हिस्सा बन गया. 1954 में यह प्रायद्वीप सोवियत यूक्रेन को दे दिया गया. 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद यह प्रायद्वीप यूक्रेन का हिस्सा बन गया.

2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और उसे अपने संघ में शामिल कर लिया. यह कृत्य यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र ने अवैध घोषित किया है. आज भी क्रीमिया एक विवादित प्रायद्वीप है.

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