05th May 2023 CURRENT AFFAIRS (Hindi Med.)
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भगवान् बुद्ध
चर्चा में क्यों ?
भगवान् बुद्ध का परिचय
बुद्ध की शिक्षाएं
चर्चा में क्यों ?
आज देश–विदेश में बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है।
बुद्ध का परिचय
भगवान् बुद्ध का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ । उनकी माँ का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थीं, जिनका इनके जन्म के सात दिन बाद निधन हुआ, उनका पालन महाप्रजापती गौतमी ने किया। 29 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ विवाह के बाद घर को त्यागकर संसार को जरा, मरण, दुखों से मुक्ति दिलाने के मार्ग एवं सत्य दिव्य ज्ञान की खोज में रात्रि में राजपाठ का मोह त्यागकर वन की ओर निकल पड़े । कई वर्षों की कठोर साधना के बाद बोध गया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए।भगवान् बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया जिसे धम्मचक्रप्रवर्तन कहा गया। सारनाथ में भगवान् बुद्ध ने बौद्ध संघ की स्थापना की।
बुद्ध की शिक्षाएं
भगवान् बुद्ध के उपदेशों का सार अहिंसा और त्याग है। चार आर्य सत्य और या अष्टांगिक मार्ग बौद्ध शिक्षाओं का मजबूत आधार हैं।
बौद्ध धर्म के मूल शिक्षाओं के रूप में चार आर्य सत्य निम्नलिखित हैं:
1 . दुनिया दुःख और कष्टों से भरी है।
2. सभी पीड़ाओं का एक कारण (समुदाय) हैं जो ईच्छा (तृष्णा) है।
3. दर्द और दुःख का अंत इच्छाओं के छुटकारा मिलने से किया जा सकता है (निरोध)।
4. तृष्णा को अष्टांगिक मार्ग के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
अष्टांग मार्ग नीचे निम्नलिखित हैं:
1) सम्यक विचार
2) सम्यक विश्वास
3) सम्यक वाक
4) सम्यक कर्म
5) सम्यक जीविका
6) सम्यक प्रयास
7) सम्यक स्मृति
8) सम्यक समाधि